शेयर बाजार में निवेश शुरू करने जा रहे हैं तो जानिए कि कोई बढ़िया स्टॉक किस तरह चुनना चाहिए
छोटे निवेश से शुरुआत करें, ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले शेयरों से बचें
शेयर बाजार में निवेश, लंबे समय में पैसा बनाने (वेल्थ क्रिएशन) का सबसे कारगर तरीका है। इक्विटी निवेशक BSE और NSE में लिस्टेड कंपनियों के शेयर खरीदते-बेचते हैं। डिमांड और सप्लाई, कंपनी के प्रदर्शन, देश की आर्थिक स्थिति और वैश्विक कारकों के आधार पर इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव आता रहता है। शेयर बाजार ने अब तक लॉन्ग टर्म में महंगाई को मात देने वाला रिटर्न दिया।
BSE 100 Total Return Index ने बीते 10 साल में 11.75% रिटर्न दिया, जबकि रिटेल महंगाई दर 6-7% के आसपास रही। हालांकि बाजार अनिश्चितताओं से भरा है, लेकिन सही जानकारी और योजना के साथ निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है। आइए जानते हैं कि शेयर मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे करें और सही स्टॉक कैसे चुनें……???
- शेयर खरीदना मतलब कंपनी में हिस्सेदारी लेना, उतार-चढ़ाव देखकर स्टॉक न लें
कई बार कुछ खबरों के चलते उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन इसके प्रभाव में आकर शेयर खरीदना बुद्धिमानी भरा फैसला नहीं है। असल में शेयर खरीदने का मतलब है कि आप उस कंपनी में हिस्सेदारी ले रहे हैं। इसलिए कंपनी के वास्तविक मूल्य को समझकर स्टॉक में लंबी अवधि के नजरिये से निवेश करना चाहिए।
- जानकारी बढ़ाएं, निवेश से पहले रिसर्च करें और इंडस्ट्री ट्रेंड पर नजर बनाए रखें
निवेश से पहले गहरी छानबीन जरूरी है। सफल निवेश की राह मार्केट से जुड़ी जानकारियां जुटाने से निकलती है। देश-दुनिया के आर्थिक माहौल और इंडस्ट्री के ट्रेंड पर नजर रखने से सही निवेश में मदद मिलती है। कंपनियों के फाइनेंशियल स्टेटमेंट, नतीजे और रिपोर्ट पढ़ने से शेयरों का वैल्युएशन तय करने की क्षमता बढ़ती है।
- स्थिर आय के लिए मजबूत कंपनियां चुनें, हाई ग्रोथ फर्मों में रिटर्न ज्यादा, रिस्क भी
हर निवेशक के वित्तीय लक्ष्य, जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश की समय सीमा अलग-अलग होती है। इसी के आधार पर शेयर खरीदना चाहिए। कम रिस्क व स्थिर रिटर्न के लिए स्थापित कंपनियों के शेयर चुनें। ज्यादा जोखिम के साथ ज्यादा रिटर्न चाहने वाले निवेशक हाई- ग्रोथ वाली छोटी-छोटी कंपनियों में निवेश करते हैं।
- डेली उतार-चढ़ाव और ऐतिहासिक प्रदर्शन देखें, मार्केट सेंटीमेंट को नजरअंदाज न करें
स्टॉक कोट्स मौजूदा मूल्य, दैनिक उतार-चढ़ाव, ट्रेडिंग वॉल्यूम व ऐतिहासिक प्रदर्शन जैसी जानकारियां देते हैं। बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले शेयरों में दांव लगाने से बचें। इन्हें समझने से निर्णय लेने में मदद मिलती है। मार्केट सेंटीमेंट पर नजर रखने से शेयर कब खरीदना या बेचना है, इसको लेकर अतिरिक्त संकेत मिल सकते हैं।
- जिस बिजनेस मॉडल या इंडस्ट्री को अच्छे से समझते हैं, उसी में निवेश करना ठीक
कंपनी की वित्तीय सेहत देखें। ये भी देखें कि भविष्य में ग्रोथ की क्या संभावनाएं हैं. किस इंडस्ट्री में है और अपने सेगमेंट में कितनी मजबूत है। आय ग्रोथ, मार्जिन और कर्ज का स्तर जैसे फाइनेंशियल फंडामेंटल्स का भी विश्लेषण करें। जिस बिजनेस मॉडल या इंडस्ट्री को आप अच्छी तरह समझते हैं, उसी में निवेश करना ठीक होता है।
- निवेश पूर्व कंपनी की लीडरशिप, बिजनेस स्ट्रैटजी और पॉलिसी पर गौर फरमाएं
शेयर के प्रदर्शन पर कंपनी के मैनेजमेंट की छाप होती है । दूरदृष्टि, नैतिक प्रथाओं के साथ ठोस निर्णय लेने वाला नेतृत्व किसी भी कंपनी को सफलता दिला सकता है। खराब फैसले, गलत फाइनेंशियल रिपोर्टिंग जैसे मुद्दे शेयर को डुबो सकते हैं। निवेश से पहले कंपनी की लीडरशिप, बिजनेस स्ट्रैटजी और पॉलिसी पर ध्यान दें।
—Shrikant Chauhan
(Equity Research Head, Kotak Securities)