Smart Personal Finance क्या है ?

“Effective money management is crucial for personal finance beacuse money is a tool. Use it wisely to build the life you want.”

ज्यादातर लोगों की फाइनेंशियल स्थिति गड़बड़ होने का मुख्य कारण फाइनेंशियल एजुकेशन है। क्योंकि ज्यादातर लोग पैसा कमाते हैं, लेकिन कुछ ही लोग इसे अच्छे से मैनेज कर पाते हैं।

“Most people earn money, but only a few can manage it”

इस आर्टिकल में हम कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर नजर डाल रहे हैं जिनकी मदद से आप समझ सकते हैं कि Personal Finance क्या है और आप इसे कैसे मैनेज कर सकते हैं ?

What is Personal Finance ? (व्यक्तिगत अर्थव्यवस्था क्या है ?)

व्यक्तिगत अर्थव्यवस्था आपकी आर्थिक गतिविधियों का बुद्धिमानी से किया जाने वाला प्रबंधन (Management) है, जिसमें आपकी कमाई, खर्च, बचत, आदि शामिल है। इसमें आपकी धनराशि के कई मौद्रिक निर्णय शामिल होते हैं जो आप, अपने दैनिक जीवन में लेते हैं, जो आपकी वित्तीय गतिविधियों का हिस्सा बनते हैं।

एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि अगर यह इतना जरूरी है, तो फिर अधिकांश लोगों के लिए यह क्यों अव्यवस्थित है? इसका उत्तर है, “गलत निर्णय लेना”, यानि की ज्यादातर लोग अक्सर गलत निर्णय लेने के कारण अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं कर पाते, जहाँ उनकी इच्छाएं उनके अनुशासन को बाधित कर देती हैं, जिससे ‘खर्च’ अधिक और ‘बचत’ कम होती है।

How to improve your finances? अपनी आर्थिक व्यवस्था में सुधार कैसे करें ?

नीचे कुछ Tips दिए गए हैं जिनको Follow करके आप इसमें सुधार कर सकते हैं।

“Follow the Mantra!”

Earn, Save, Invest, Protect & Spend

  • Earn (कमाइए) : आप अपने नियमित दिन के काम, अपने व्यवसाय, पार्ट-टाइम नौकरी, या किसी भी चीज के माध्यम से कमा सकते हैं, जो आपकी आय का स्रोत बनता है।
  • Save (बचाइए) : जो भी आप कमाते हैं, उसमें से कुछ धन बचाइए ताकि किसी आकस्मिक इमरजेंसी का सामना कर सकें। इसका मतलब है कि आप एक Emrgency Fund बनाएं, यह फंड कम से कम आपके 6 महीने की जीविका के बराबर होना चाहिए।
  • Invest (निवेश करें) : यह एक सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है जिसे लोग सबसे आखिरी में करने के लिए छोड़ देते हैं जबकि यह कमाई और बचत के बाद अगला स्टेप होना चाहिए। आज के समय में निवेश के लिए कई सारे माध्यम उपलब्ध हैं, जैसे कि – स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड (SIP), गोल्ड, रियल स्टेट इत्यादि।
  • Protect (सुरक्षित रखें) : इसके लिए आप बीमा (Insurance) कराएं, जो किसी भी दुर्घटना के मामले में आपको सुरक्षित रखता है।
Terms Life Insuranceयह बीमा एक जीवन आवरण प्रदान करता है, जिसमें आपका परिवार आपके निधन या अक्षमता के मामले में एक पूर्व निर्धारित राशि प्राप्त करेगा।
Health Insuranceयह बीमा आपके चिकित्सा उपचार (इलाज) से जुड़े खर्च को कवर करता है।
  • Spend (खर्च करना) : खर्च करना हमेशा आखिरी कदम होना चाहिए। सबसे जरूरी है कि, “पहले निवेश करें और फिर जो बचत हो, उसे खर्च करें।” अधिकांश लोग इसका उल्टा करते हैं कि पहले खर्च करते हैं और फिर जो बचता है, उसे बचाते हैं ” और इस कारण से लोग नियमित बचत नहीं कर पाते हैं क्योंकि जब आप बचत के लिए कुछ निर्धारित नहीं करते हैं तो आपकी सारी धन राशि खर्च हो जाती है। और फिर आप अगली बार से करने की सोचकर इसे टालते जाते हैं। खर्च करते समय अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं के बीच तालमेल बनाकर रखना चाहिए। अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पहली प्राथमिकता दें, और अपनी इच्छाओं के लिए बचत अथवा निवेश करें। जैसे कि – यात्रा करना, लग्जरी आइटम खरीदना आदि।

Clear off Your Debt (अपना कर्जा उतारें) :

यदि आप कर्ज में हैं, तो योजना बनाएं और जितनी जल्दी हो सके इसे चुका दें, क्योंकि ब्याज बढ़ने से बोझ और बढ़ेगा। मुख्य बात यह है कि सबसे पहले उच्च-ब्याज वाले ऋण, जैसे बकाया क्रेडिट कार्ड बिल, व्यक्तिगत ऋण आदि का भुगतान समय से पहले करना शुरू करें और तब तक जारी रखें जब तक आप ऋण-मुक्त न हो जाएं।

Track Your Credit Score (अपना क्रेडिट स्कोर ट्रैक करें) :

3 अंकों का “Credit Score” आपका क्रेडिट इतिहास है। इसे आप बेहतर बनाकर रखें। क्रेडिट स्कोर खराब होने के मुख्य कारण निम्न हैं – EMI को छोड़ना, आपके क्रेडिट कार्ड बिल पर बकाया राशि छोड़ना और Loan के लिए कई बार इंक्वायरी करना इत्यादि।

50:30:20 Rule (50:30:20 नियम) :

यदि आप अपने Personal Finance को मैनेज करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, तो आप 50:30:20 नियम का पालन कर सकते हैं, जो आपके आय (Income) के आवंटन का अनुपात दिखाता है। यह इस प्रकार होता है –

आपकी कमाई अथवा आय का 50% आपकी आवश्यकताओं के लिए जाना चाहिए, 30% आपकी इच्छाओं के लिए जाना चाहिए और 20% आपके निवेश और इमरजेंसी फंड्स के लिए जाना चाहिए यह न्यूनतम हिस्सा है, और आपको हमेशा निवेश वाले हिस्से को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।

Key Takeaway (मुख्य निष्कर्ष) :

यदि आप अच्छे तरीके से अपने पैसे को मैनेज करते हैं तो आप हमेशा मजबूत निवेश और संपत्ति के साथ एक सुकून भरा जीवन जी सकेंगे। पर्सनल फाइनेंस के टिप्स को फॉलो करके जल्द ही आप एक ऐसे स्तर पर होंगे जब आपकी आय आपके लिए चिंता का विषय नहीं रहेगी, और आप वैसे ही अपने जीवन को जीते जाएंगे जैसे आप चाहते हैं।

“पर्सनल फाइनेंस” के लिए महत्वपूर्ण है “इफेक्टिव मनी मैनेजमेंट”। क्योंकि पैसा एक उपकरण है, इसका बुद्धिमत्ता से उपयोग करके आप वह जीवन बना सकते हैं जो आप चाहते हैं।

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